


किसान अपनी उपज को बेचें कहां,नहीं है गेहूं क्रय केन्द्र
रिपोर्ट:- सत्य प्रकाश वर्मा
-गेहूं क्रय नहीं बनाने से किसान परेशान
मगहर।साधन सहकारी समिति न्याय पंचायत सेमरा की सोसाइटी का मगहर में गेहूं क्रय केन्द्र इस बार नहीं बनाया गया है।जिससे किसान को अपने रवि फसल की उपज गेहूं की बिक्री के लिए भटकना पड़ रहा है।जिसे लेकर क्षेत्र के किसानों में चिन्ता बढ़ गई है।
खलीलाबाद विकास खण्ड के न्याय पंचायत सेमरा की साधन सहकारी समिति का मगहर में स्थित सोसाइटी भवन पर प्रत्येक वर्ष गेहूं क्रय केन्द्र खोला जाता था।जहां पर आस पास के किसान आसानी से अपनी फसल की पैदावार गेहूं को बेच लेते रहे।वर्तमान समय में जहां पूरा देश कोरोना महामारी से परेशान है।वहीं किसान अपनी पैदावार गेहूं को बेचने के लिए भटक रहा है।क्षेत्र के किसानों ने प्रतिक्रिया व्यक्त किया है।ग्राम पड़रिया निवासी रोहित चौरसिया ने कहा कि कोरोना महामारी से बचने के लिए लाक डाउन कर लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है।जिसके कारण खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को काटने के लिए मजदूर भी बड़ी कठिनाई से मिल रहे हैं।गेहूं की फसल के कट जाने के बाद उसे कहां बेचा जाय ।कयोंकि इस बार मगहर में गेहूं क्रय नहीं बनाया गया है।रसुलपुर निवासी पंकज कुमार गौतम ने बताया कि हर साल मगहर और गणसरपार में गेहूं क्रय केन्द्र पर हम लोग अपने गेहूं की आसानी से बिक्री कर लेते थे।जबकि इस साल इन दोनो क्रय केन्द्र को बन्द क्र दिया गया है।जिसके कारण लाक डाउन के दौरान अपनी पैदावार को बेचने के लिए कहां जाएं।ग्राम असरफाबाद निवासी जुग्गी लाल ने बताया कि सेमरा न्याय पंचायत मगहर का गेहूं क्रय केन्द्र बन्द कर दिये जाने से पूरे न्याय पंचायत क्षेत्र के किसानो को गेहूं बेचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।जहां एक तरफ कोरोना महामारी से बचने के लिए लाक डाउन में फंसे हुए हैं।वहीं दूसरी ओर गेहूं बेचने के लिए परेशान है।भारतीय किसान युनियन भानू के प्रदेश प्रवक्ता व किसान नेता रणजीत सिंह ने कहा कि हमेशा किसान ही परेशान किया जाता है।चाहे किसानो को खाद,बीज व दवा के मुहैया कराना हो या सिचाई के समय नहरो में पानी न होने से फसलों की सिचाई करने में कठिनाई होती है।उसके बाद इस साल फसल काटने से पहले ही कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा दिया है।जिससे बचने के लिए सरकार तमाम उपाय कर रही है।इसी बीच किसानो ने गेहूं की कटाई,मड़ाई करने के बाद उसे बेचने के लिए भटक रहा है।इसके पीछे प्रशासन के द्वारा मगहर तथा गणसरपार साधन सहकारी समिति पर गेहूं क्रय केन्द्र नहीं बनाया जाना है।इन दोनो क्रय केंद्रों पर आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों के किसान आसानी से गेहूं को बेच लेते रहे लेकिन इस बार ये दोनो क्रय केन्द्र के बन्द हो जाने से किसान गेहूं को कहां बेचे उसके सामने विकट समस्या है।इस सम्बंध में साधन सहकारी समिति के सचिव ब्रज किशोर तिवारी ने बताया कि वर्तमान समय में कोरोना महामारी के कारण शोसल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए मगहर और गणसरपार गेहूं क्रय केन्द्र को मंडी समिति से अटैच कर दिया गया है।इन दोनो केन्द्र से सम्बंधित काश्तकार अपने फसल की पैदावार गेहूं की बिक्री मंडी समिति पर ही कर सकते हैं।